ज्वालामुखी देवी - यहाँ अकबर ने भी मानी थी हार - होती है नौ चमत्कारिक ज्वाला की पूजा! ज्वालामुखी मंदिर के अद्भुत चमत्कार
2. राजा अकबर ने ज्योतीयों को बुझाने के कई प्रयास किये पर वह असफल. रहा।
3. सरकार द्वारा गैस या तेल होने के चलते कई बार प्रयास किये गये, परन्तु करोड़ों ₹ खर्च कर कुछ ना मिला।
4. राजा अकबर द्वारा घमण्ड में चढ़ाया गया सवा मन सोने का छत्र किसी भी धातु का नहीं पाया जाता जबकि विज्ञानिक भी इस छत्र को प्रयोगशाला में चैक कर चुके हैं।
5. भक्त ध्यानू नें यहाँ अपना शीश काटकर चढ़ा दिया था, जिसे माता ने अपनी शक्ति से फिर से जोङ दिया था।
6. आज भी ज्योतियां पानी मे तैरतीं हुईं दर्शन देती हैं।
7. हर साल लगभग दो या तीन बार ज्योतियां यहाँ से लुप्त होकर माता नैनादेवी जाती हैं और पीपल के पत्ते पत्ते पर भक्तों को दर्शन देती हैं।
8. यहाँ पर भगवान राम का एक मन्दिर है, जोकि लगभग (110) सालों से टेढ़ा ही खङा है।
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